Alam Ara: भारतीय सिनेमा की सबसे पहली बोलती फिल्म ‘आलम आरा’, जिसकी ब्लै.क में बिकी टिकटें
Alam Ara film: भारतीय सिनेमा का जनक धुंधिराज गोविंद फाल्के को माना जाता है, जिन्हे हम दादा साहेब फाल्के भी कहते हैं। दादा साहेब फाल्के की पहली फिल्म ‘राजा हरिश्चंन्द्र‘ थी | भारतीय सिनेमा जगत ने अपने 110 साल पुरे कर चूका हैं, आज दुनिया भर में अपनी अलग पहचान बनाई है | आज से ठीक 93 साल पहले 14 मार्च को भारतीय फिल्म जगत में एक ऐसी फिल्म रिलीज हुई थी जिसने भारतीय सिनेमा की दिशा ही बदल दी।
ब्लैक एंड व्हाइट फिल्मों के जमाने में लोग अभिनेताओं के चेहरे के भावों को पढ़कर ही फिल्म की कहानी समझ जाते थे। लेकिन 14 मार्च, 1931 को रिलीज हुई इस फिल्म ने दर्शकों को बताया कि पर्दे पर मौजूद श्वेत-श्याम किरदार बोल सकते हैं और उनकी आवाज सिनेमा हॉल में बैठे दर्शक पर्दे के बाहर भी सुन सकते हैं। आज हम बात कर रहे हैं भारत की पहली बोलती फिल्म ‘आलम आरा’ की। यह 14 मार्च 1931 को मुंबई (बॉम्बे) के मैजेस्टिक सिनेमा हॉल में रिलीज़ हुई थी।
‘आलम आरा’ (Alam Ara) की कहानी एक राजकुमार और एक बंजारन की प्रेम कहानी पर आधारित थी। इस फिल्म की कहानी एक पारसी नाटक पर आधारित थी। फिल्म की कहानी जोसेफ डेविड द्वारा लिखी गई थी। फिल्म का निर्देशन अर्देशिर ईरानी ने किया था। इस फिल्म में मास्टर विठ्ठल, जुबैदा, जिलो, सुशीला और पृथ्वीराज कपूर मुख्य भूमिकाओं में नजर आए । फिल्म ‘आलम आरा’ का पहला गाना ‘दे दे खुदा के नाम पे…’भारतीय सिनेमा का पहला गीत माना जाता है।
लोगों में इस फिल्म को देखने का इतना पागलपन था की ‘आलम आरा’ फिल्म के टिकट ब्लैक में बिके थे। लोगों ने 50-50 रुपये के हिसाब से फिल्म के टिकट ब्लैक में टिकट खरीदे। उस जमाने में 50 रुपये बहुत बड़ी रकम हुआ करती थी। फिल्म का पहला शो दोपहर 3 बजे शुरू होना था लेकिन मैजेस्टिक सिनेमा हॉल के बाहर सुबह 9 बजे से ही लोगों भीड़ जुटनी शुरू हो गई ।
अंत में भीड़ को बेकाबू होता देख पुलिस को बुलाना पड़ा। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया । ‘आलम आरा’ 124 मिनट की फिल्म थी | इस फिल्म का निर्माण इंपीरियल मूवीटोन प्रोडक्शन कंपनी ने द्वारा किया गया था। दुर्भाग्य से अब इस फिल्म का एक भी प्रिंट उपलब्ध नहीं है।
आलम आरा फिल्म के 7 गीत:-
आलम आरा फिल्म के 7 गीत पहली बोलती फिल्म से ही संगीत को अच्छा स्थान मिल गया। ‘आलम आरा’ में 7 गीत थे
- ‘दे दे खुदा के नाम पे’ भारतीय सिनेमा का पहला गाना माना जाता है, जिसे वजीर मोहम्मद खान ने गाया था।
- ‘बदला दिलवाएगा यह रब
- ’रूठा है आसमान’
- ‘तेरी कतिल निगाहों ने मारा
- ‘दे दिल को आराम
- 6.भर भर के’ जाम पिला ‘जा
- ‘दरस बिना’ ने मार डाला है…’।