ENTERTAINMENT

बॉलीवुड की मदर इंडिया: राज्यसभा मेंबर बनने वाली पहली महिला फिल्म स्टार थी नरगिस

Nargis: अपने समय के सबसे बड़े सितारों में से एक, फातिमा राशिद, जिन्हें नरगिस के नाम से जाना जाता है, को हिंदी सिनेमा के इतिहास में सबसे महान अभिनेत्रियों में से एक माना जाता है। 1940 से 1960 के दशक तक के करियर में नरगिस कई सफल फिल्मों में दिखाई दीं, जिनमें से कई में वह अभिनेता राज कपूर के साथ थीं।

नरगिस का जन्म 1 जून, 1929 को कोलकाता में हुआ था | उनका जन्म फातिमा रशीद के रूप में मोहयाल ब्राह्मण के घर हुआ था। वह इलाहाबाद की गायिका जद्दनबाई और उत्तमचंद मोहनचंद की बेटी थीं।

फिल्म मदर इंडिया की शूटिंग के दौरान सुनील दत्त ने नरगिस को शादी का प्रस्ताव भेजा और नरगिस ने इसे स्वीकार कर लिया। आख़िरकार, 11 मार्च, 1958 को उन्होंने प्रसिद्ध भारतीय बॉलीवुड अभिनेता सुनील दत्त से शादी कर ली। उन्होंने तीन बच्चों को जन्म दिया, जिनके नाम संजय, अंजू और प्रिया हैं।

नरगिस (Nargis) के अभिनय को फिल्म ‘मदर इंडिया’ में काफी सराहा गया था | महबूब खान की ऑस्कर नामांकित फिल्म ‘मदर इंडिया‘ में नरगिस के शानदार अभिनय ने उन्हें दुनिया भर में कई पुरस्कार दिलाए। महबूब खान की पिछली फिल्म औरत (1940) की रीमेक, यह एक गरीब ग्रामीण महिला राधा (नरगिस) की कहानी है, जो अकेले ही अपने बेटों को पालने और जीवित रहने के लिए संघर्ष करती नजर आती है।

यह फिल्म मदर्स डे पर देखी जाने वाली एक क्लासिक फिल्म रही है। जब उन्होंने राधा का किरदार निभाया था तब वह केवल 28 साल की थीं, जबकि उनके भावी पति सुनील दत्त ने उनके एक बेटे का किरदार निभाया था।

नरगिस के पिता भारतीय सिनेमा जगत में गायक, निर्देशक, संगीतकार और अभिनेता के रूप में वह एक हरफनमौला व्यक्ति थे। नरगिस ने बहुत ही छोटी उम्र में भारतीय फिल्मों में कदम रखा था । उनकी पहली फिल्म ‘तलाश-ए-हक’ थी जो वर्ष 1935 में रिलीज़ हुई थी। वह “बेबी नरगिस” के नाम से लोकप्रिय थीं। नरगिस के बारे में एक दिलचस्प बात उनका स्टेज नाम “नार्सिसस” था, जिसका मतलब फूल होता है।

नरगिस (Nargis) को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था | 1980 में इंदिरा गांधी की सरकार द्वारा उन्हें राज्यसभा सदस्य चुना गया था | नरगिस राज्यसभा के लिए चुनी गई पहली महिला फिल्म स्टार थीं। मुंबई के बांद्रा में उनके नाम पर एक सड़क भी है। वार्षिक राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में राष्ट्रीय एकता पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म को नरगिस दत्त पुरस्कार दिया जाता है।

उन्होंने 1950 के दशक की कई हिंदी-उर्दू फिल्मों में काम किया, जिनमें से “अंदाज़” और “आवारा” सबसे बड़ी हिट रहीं। वह अक्सर प्रसिद्ध बॉलीवुड स्टार राज कपूर के साथ अभिनय करती थीं। आखिर 51 साल की उम्र में यानि 3 मई, 1981 में पैंक्रियास कैंसर के कारण उनका जीवन दुखद रूप से समाप्त हो गया | 7 मई 1981 को नरगिस के बेटे की पहली फिल्म रॉकी रिलीज़ हुई और वहां उनके लिए एक सीट खाली रखी गई थी। अपने पीछे फिल्मों का खजाना छोड़ गईं यह साबित करता है कि उनका भारतीय सिनेमा में अहम योगदन है |

1957 में मदर इंडिया के लिए फ़िल्मफ़ेयर बेस्ट अभिनेत्री पुरस्कार
1968 में बेस्ट अभिनेत्री का राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार
2001 में हीरो होंडा द्वारा मिलेनियम के बेस्ट कलाकार का पुरस्कार

मदर इंडिया
रात और दिन
अदालत
घर संसार
लाजवंती
परदेसी
चोरी चोरी
जागते रहो
बेवफ़ा
शीशा
आवारा
दीदार
हलचल
प्यार की बातें
सागर
आधी रात
बबूल
श्री 420
अंगारे
आह
धुन
पापी
शिकस्त
अंबर
अनहोनी
आशियाना

1Shares

Virtaant

A platform (Virtaant.com) where You can learn history about indian history, World histroy, Sprts history, biography current issue and indian art.

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *