Dinesh Karthik: कुछ ऐसा रहा दिनेश कार्तिक का इंटरनेशनल क्रिकेट करियर
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने इंडियन प्रीमियर लीग को अलविदा कह दिया है। आरसीबी ने दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) को गार्ड ऑफ ऑनर दिया, जिसके बाद कार्तिक की आंखें नम हो गईं और विराट कोहली ने उन्हें गले लगाया और उनके करियर की तारीफ की |
दिनेश कार्तिक के आईपीएल करियर की बात करें तो वह इंडियन प्रीमियर लीग के उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक हैं, जो 2008 के पहले सीजन से लेकर 2024 तक आईपीएल के 17 सीजन का हिस्सा रहे हैं। आईपीएल में कार्तिक कुल 6 टीमों दिल्ली कैपिटल्स, पंजाब किंग्स, मुंबई इंडियंस, गुजरात लायंस, केकेआर और आरसीबी के लिए खेल चुके हैं। कार्तिक कोलकाता नाइट राइडर्स टीम की कप्तानी भी क्र चुके हैं | दिनेश कार्तिक 2013 में आईपीएल खिताब जीतने वाली मुंबई इंडियंस टीम का हिस्सा थे।
दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) ने अपने आईपीएल करियर में कुल 257 मैच खेले हैं। वह रोहित शर्मा के साथ संयुक्त रूप से दूसरे सबसे ज्यादा कैप्ड खिलाड़ी हैं। इस मामले में एमएस धोनी 264 आईपीएल मैचों के साथ टॉप पर हैं। कार्तिक ने अपने आईपीएल करियर में कुल 4842 रन बनाए हैं। वह आईपीएल इतिहास में 10वें सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं।
कार्तिक आईपीएल में बतौर विकेटकीपर 100 स्टंपिंग करने वाले तीसरे खिलाड़ी हैं। वह इस टूर्नामेंट में कुल 37 स्टंपिंग के साथ दूसरे स्थान पर हैं। उनसे आगे केवल धोनी 42 स्टंपिंग के साथ हैं।
दिनेश कार्तिक 2004 में मुंबई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने अंतरराष्ट्रीय टेस्ट डेब्यू के बाद से भारतीय क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी रहे हैं। विकेटकीपर-बल्लेबाज ने 2010 में अपने 23 मैचों में एक शतक बनाकर अपना टेस्ट करियर समाप्त किया और टी20 डेब्यू भी 2006 में हुआ था |
कार्तिक 300 टी20 मैच खेलने वाले चौथे भारतीय बल्लेबाज है । वह 2007 टी20 विश्व कप और 2013 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य थे।
1 जून 1985 को मद्रास, तमिलनाडु में जन्मे दिनेश कार्तिक की उम्र आईपीएल 2023 के समय 37 वर्ष थी। वह दाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज हैं, लेकिन बहुत कम उम्र में पदार्पण करने के बावजूद कभी भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बहुत बड़ा प्रदर्शन नहीं कर पाए। बाद में, भारतीय टीम में महेंद्र सिंह धोनी की मौजूदगी के कारण उन्हें मौके पाने के लिए संघर्ष करना पड़ा। हालाँकि, उन्होंने अपने करियर के उत्तरार्ध में अविश्वसनीय रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है।
कार्तिक ने 2002 के अंत में बड़ौदा के खिलाफ विकेटकीपर के रूप में प्रथम श्रेणी में शुरुआत की । कार्तिक को 2004 में बांग्लादेश में अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप के लिए भारतीय टीम के लिए चुना गया था, और जिम्बाब्वे के भारत ए दौरे पर उन्होंने दो अर्धशतक बनाए। उन्होंने अपना वनडे डेब्यू भी 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ किया था |