Mizoram Foundation Day: मिजोरम स्थापना दिवस का इतिहास, आखिर क्यों मानते हैं इसे देश का सबसे खुशहाल प्रदेश ?
Mizoram Foundation Day 2024: हर साल 20 फरवरी को पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम में मिजोरम स्थापना दिवस मनाया जाता है। यह दिन भारत के उत्तरपूर्वी भाग में स्थित मिजोरम राज्य की स्थापना का प्रतीक है। 20 फरवरी 1987 को मिजोरम को आधिकारिक तौर पर भारतीय संघ के पूर्ण राज्य के रूप में मान्यता दी गई थी।
पूर्वोत्तर भारत में मिजोरम अपनी सभ्यता, संस्कृति, कला और प्राकृतिक संसाधनों के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। जहां तक मिज़ोरम के शाब्दिक अर्थ का सवाल है, मिज़ो मूल निवासियों का उपनाम है, और मिज़ो भाषा में ‘राम’ का अर्थ भूमि है, मतलब मिज़ो के रहने वाले की भूमि।
मिजोरम भारत के सात पूर्वी राज्यों का एक अहम हिस्सा है, जिन्हें ‘सेवन सिस्टर्स’ के नाम से भी जाना जाता है। बता दें कि हर साल 20 फरवरी को मिजोरम स्थापना दिवस मनाया जाता है | मिजोरम के 38वें स्थापना दिवस के मौके पर इसके महत्व, इतिहास और मिजोरम के बारे में कुछ रोचक तथ्यों के बारे में बात करते हैं।
मिजोरम स्थापना दिवस का महत्व
मिज़ोरम स्थापना दिवस मूल मिज़ो लोगों के लिए बहुत खास दिन है। यह दिन मिजोरम के मूल निवासियों के संघर्ष और बलिदान की यादों को ताजा कर देता है। यह मिजोरम राज्य की स्थापना के बाद से मिजोरम की सभी उपलब्धियों का सम्मान और गौरव करने का दिन है। जब से मिजोरम को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला है, इसने बुनियादी ढांचे, कृषि, पर्यटन, स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा और कई अन्य क्षेत्रों में व्यापक विकास देखा है। मिजोरम ने महिला सशक्तिकरण और लैंगिक समानता को महत्व देने की दिशा में भी उल्लेखनीय प्रगति की है।
मिजोरम स्थापना दिवस का इतिहास
स्वतंत्र राज्य का दर्जा प्राप्त करने से पहले, मिजोरम राज्य को लुशाई हिल्स के नाम से जाना जाता था, और इसे केंद्र शासित प्रदेश के रूप में चलाया जाता था। साल 1986 में, भारत सरकार और मिज़ो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के बीच एक शांति समझौते ने राज्य के गठन का मार्ग साफ़ किया। इस समझौते के बाद, केंद्रीय समर्थन से क्षेत्र में वर्षों से जारी विद्रोह और हिंसा समाप्त हो गई। मिजोरम में लोकतांत्रिक ढंग से चुनी हुई सरकार की स्थापना हुई।
भारत के कई अन्य पूर्वोत्तर राज्यों की तरह, मिजोरम पहले 1972 तक असम का हिस्सा था, जब इसे केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा मिला। 1986 में, भारतीय संसद ने भारतीय संविधान में 53वां संशोधन पारित किया, जिससे 20 फरवरी 1987 को मिजोरम भारत का 23वां राज्य बन गया।
मिजोरम को देश का सबसे खुशहाल प्रदेश क्यों मानते हैं ?
गुरुग्राम के मैनेजमेंट डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट द्वारा मिजोरम पर किये शोध के अनुसार मिजोरम के मानकों के आधार पर इसे देश का सबसे खुशहाल प्रदेश बताया गया है | खा गया कि मिजोरम में लड़के और लड़कियों के बीच किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जाता और यहां का सोशल स्ट्रक्चर युवा वर्ग को संतुष्टि प्रदान करता है | आपको बता दें की मिजोरम ही भारत का दूसरा ऐसा राज्य है, जहां सौ प्रतिशत साक्षरता है, यह दूसरा सबसे कम आबादी वाला प्रदेश है | एक शोध की रिपोर्ट मानें तो मिजोरम में पारिवारिक रिश्ते, समाज, धर्म, शारीरिक एवं मानसिक सेहत आदि के नजरिये से खुशहाली के पैरामीटर पर सर्वोच्च स्थान दिया गया है |