Top Places Related To Mahatma Gandhi: देश के इतिहास में 30 जनवरी का दिन बेहद खास है। इस दिन हर साल महात्मा गांधी की पुण्यतिथि मनाई जाती है। देश की आजादी में महात्मा गांधी के योगदान के लिए उनकी पुण्यतिथि 30 जनवरी को शहीद दिवस के रूप में मनाई जाती है।
15 अगस्त 1947 को देश को आजादी मिलने के कुछ महीने बाद 30 जनवरी 1948 को दिल्ली के बिड़ला हाउस में नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसी कारण से हर साल 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि मनाई जाती है और इसे शहीद दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
महात्मा गांधी से जुड़े कुछ ऐतिहासिक स्थान (Historical places Related to Mahatma Gandhi)
साबरमती आश्रम (Sabarmati Ashram)
अहमदाबाद में साबरमती नदी के तट पर स्थित साबरमती आश्रम 1917 से 1930 तक महात्मा गांधी का घर था। साबरमती आश्रम में गांधीजी ने एक स्कूल की स्थापना की जो शारीरिक श्रम, कृषि और साक्षरता पर केंद्रित था।
कीर्ति मंदिर (Kirti Mandir)
महात्मा गांधी का यह स्मारक कीर्ति मंदिर पोरबंदर में स्थित है। महात्मा गांधी का जन्म यहीं हुआ था। यह मंदिर उनके पैतृक घर के ठीक बगल में बना है। मंदिर भवन में एक पुस्तकालय भी है, जिसमें गांधीवाद पर पुस्तकें हैं।
कोचरब आश्रम (Kochrab Ashram)
यह महात्मा गांधी द्वारा निर्मित पहला आश्रम था। यह आश्रम गुजरात राज्य के अहमदाबाद शहर के निकट स्थित है। यह गांधीवादी विचारों के विद्यार्थियों के लिए बनाया गया था, जहां सत्याग्रह, स्वावलंबन और स्वदेशी का पालन करने वाले लोग, गरीब वर्ग के लोग, असहाय महिलाएं और अछूत लोग अपने उत्थान के लिए काम करते थे। आप बच्चों के साथ यहां सुबह 9 बजे से शाम 5:30 बजे तक आ सकते हैं।
गांधी स्मृति (Gandhi Smriti)
गांधी स्मृति को पहले बिड़ला हाउस या बिड़ला भवन के नाम से जाना जाता था। गांधी स्मृति वह स्थान है जहां महात्मा गांधी ने अपनी हत्या से पहले अपने जीवन के अंतिम 144 दिन बिताए थे। मूल रूप से बिड़ला व्यापारिक परिवार के स्वामित्व वाली यह संपत्ति अब महात्मा गांधी को समर्पित एक संग्रहालय है।
राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय (National Gandhi Museum):
नई दिल्ली के राजघाट क्षेत्र में स्थित राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय महात्मा गांधी के जीवन और कार्यों को समर्पित सबसे प्रतिष्ठित संग्रहालयों में से एक है। गांधीजी की हत्या के तुरंत बाद खोला गया यह संग्रहालय महात्मा गांधी की व्यक्तिगत स्मृतियों और कलाकृतियों के प्रभावशाली संग्रह के लिए प्रसिद्ध है।
गांधी स्मारक संग्रहालय (Gandhi Memorial Museum)
1948 में महात्मा गांधी की हत्या के बाद उनके नाम पर कई स्मारक बनाए गए, जिनमें 1959 में गांधी स्मारक संग्रहालय (मदुरै) भी शामिल है। इसमें गांधीजी के रक्त-रंजित कपड़ों का एक हिस्सा रखा गया है और यह देश के कुछ गांधी संग्रहालयों में से एक है।
मणि भवन गांधी संग्रहालय (Mani Bhavan Gandhi Sangrahalaya)
लगभग 17 वर्षों (1917-1934) तक गांधीजी का कार्य मणि भवन में केंद्रित था, जो व्यस्त महानगर मुंबई के गामदेवी में एक शांत गली में स्थित दो मंजिला इमारत थी। आंदोलन के नेता यहीं रहते थे। अब इसमें एक संग्रहालय, गांधीजी के जीवन और कार्य से संबंधित पुस्तकें और तस्वीरें हैं, साथ ही यह उन्हें श्रद्धांजलि देने का भी स्थान है।
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